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**"NETAPS.in की अनोखी पहल: गांव-गांव जाकर किशोरों और युवाओं की काउंसलिंग, मुफ्त शिक्षा के साथ फुल-टाइम जॉब, खाना, ट्रांसपोर्ट, हॉस्टल, कंप्यूटर और अंग्रेजी प्रशिक्षण, और विदेश में जाने का अवसर – जानें कैसे बदल रहा है करियर परिदृश्य"**

 **"NETAPS Foundation की अनोखी पहल: गांव-गांव जाकर किशोरों और युवाओं की काउंसलिंग कर रही है, और प्रदान कर रही है 100% मुफ्त शिक्षा के साथ फुल-टाइम जॉब, मुफ्त खाना, ट्रांसपोर्ट, हॉस्टल, कंप्यूटर और अंग्रेजी प्रशिक्षण, और विदेश में जाने का अवसर जानें कैसे बदल रहा है करियर परिदृश्य"**



सुनिए - सुनिए - सुनिए


इस संदेश को डिलीट मत कीजिए, कृपया एक बार जरूर पढ़ें। अगर आपको सही न लगे तो इसे डिलीट कर दें, लेकिन अगर सही लगे तो इसे फॉरवर्ड कर दें।

 


प्रिय छात्रों और नौकरी के इच्छुक व्यक्तियों,

 

13 अगस्त 2024 को, सरकार द्वारा जारी किए गए नए NIRF रैंकिंग के माध्यम से भारत के प्रमुख कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के बारे में जानकारी मिली। इस बार खुशी की बात यह है कि पिछले 6 वर्षों से टॉप इंजीनियरिंग की NIRF रैंकिंग में IIT मद्रास शीर्ष पर रही और ओवरऑल विश्वविद्यालय की कैटेगरी में IISC बैंगलोर पहले स्थान पर है। वहीं, मैनेजमेंट कैटेगरी में IIM अहमदाबाद, कॉलेज कैटेगरी में हिंदू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय), लॉ कैटेगरी में NLSIU बैंगलोर, इनोवेशन कैटेगरी में IIT बॉम्बे और मेडिकल कैटेगरी में AIIMS दिल्ली शीर्ष पर हैं।

 

इस रैंकिंग से यह खुशी मिलती है कि हमारे जो टॉपर्स और अकादमिक रूप से प्रतिभाशाली छात्र हैं, उन्हें इन प्रमुख संस्थानों में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। इसका मतलब है कि जो पहले से ही प्रतिभाशाली हैं, उन्हें ही टॉप कॉलेजों में टॉप प्रोफेसरों से पढ़ने का मौका मिलेगा।


Source: Dainik Jagran Newspaper, 13th Aug 2024

 

लेकिन इस परिदृश्य से हटकर, हम यह जानना चाहते हैं कि क्या सरकार के पास उन कॉलेजों की भी रैंकिंग सूची है जो विशेष रूप से उन छात्रों के लिए हैं जो अकादमिक रूप से कमजोर हैं या जिनका पढ़ाई में मन नहीं लगता। ऐसे छात्र सामान्य शिक्षा प्रणाली 


जैसे - 10+12वीं+BA+BEd+MEd+PhD+LLB+CCC आदि डिग्रियाँ कर रहे हैं और उन्हें लगता है कि अगर सरकार की कोई भी वैकेंसी निकलेगी, तो उन्हें नौकरी मिल जाएगी। क्या सरकार के पास ऐसी किसी रैंकिंग सूची का कोई विवरण है जो इन कमजोर अकादमिक छात्रों के लिए प्रासंगिक हो?

 

हमारा सवाल यह है कि क्या सरकार ने उन संस्थानों की पहचान की है जो न सिर्फ टॉप पर हैं बल्कि उन छात्रों के लिए भी उचित शिक्षा प्रदान करते हैं जिनकी अकादमिक योग्यता उच्च नहीं है? क्या ऐसे छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है जो अपने आप को एक मानक प्रणाली में फिट नहीं कर पा रहे हैं लेकिन सरकार की नौकरी के अवसरों के लिए तैयार हैं?

 

हमारा उद्देश्य यह जानना है कि क्या इन कमजोर अकादमिक छात्रों को भी समान रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त करने के लिए उचित और गुणात्मक शिक्षा प्रदान की जा रही है?

 

जैसा कि आप जानते हैं, आजकल कॉलेज और विश्वविद्यालय हमें पढ़ाई और प्लेसमेंट के नाम पर लाखों रुपये की फीस ले रहे हैं, लेकिन हमें 3 से 5 साल में केवल 95% थ्योरी, और वह भी खराब लेक्चर क्वालिटी में पढ़ाई मिल रही है। और जो भाषा में पढ़ाया जा रहा है, वह हमारी मातृभाषा नहीं है, जिसके कारण हमारे गांवों के बच्चे, जो Physics, Chemistry और Maths में अच्छे हैं, लेकिन अंग्रेजी में दिक्कत के कारण पहले ही सेमेस्टर में फेल हो रहे हैं या बैकलॉग का सामना कर रहे हैं।

 

आज के समय में, इंजीनियरिंग, फार्मेसी, नर्सिंग, मैनेजमेंट आदि कोर्सों के लिए एक छात्र/अभिभावक को शिक्षा और प्लेसमेंट के नाम पर 4 लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक की फीस चुकानी पड़ रही है।

 

मेरे कुछ प्रश्न हैं, कृपया सोचिए और हमें कमेंट के जरिए जवाब जरूर दें:

 

- क्या बच्चे सिर्फ एक ऐसी डिग्री के लिए कॉलेज में एडमिशन ले रहे हैं, जो कि एक "ख़ूबसूरत कागज के टुकड़े पर सील और साइन के साथ" मिलती है?

- क्या यह सच नहीं है कि हम शिक्षा ऋण माफी के जाल में फंस रहे हैं?

- क्या यह सच नहीं है कि हमारे माता-पिता को अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए अपनी ज़मीन तक गिरवी रखनी पड़ रही है?

- क्या यह सच नहीं है कि स्कूल और कॉलेज सभी छात्रों को, जो प्रतिभाशाली हैं और जो पढ़ाई में औसत या निम्न हैं, एक ही तराजू में तौल रहे हैं?

- क्या यह सच नहीं है कि जो बच्चे पढ़ाई में अच्छे हैं, वे आगे निकल जाते हैं, लेकिन जो ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं और जिनको अंग्रेजी में कठिनाई होती है, वे बैकबेंचर बन जाते हैं?

- क्या यह सच नहीं है कि बहुत सारे कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं जहाँ पर बच्चे लाखों रुपये देकर एडमिशन लेते हैं लेकिन साल भर तक कॉलेज नहीं जाते, सिर्फ परीक्षा में बैठने जाते हैं?

- क्या यह सच नहीं है कि पढ़ाई में कमजोर बच्चों को उनके लेक्चरर या प्रोफेसर नजरअंदाज कर देते हैं और उन्हें गंभीरता से नहीं लेते?

- क्या यह सच नहीं है कि क्लास में छात्र इसलिए बैठते हैं ताकि उनकी उपस्थिति 80% बनी रहे, जिससे उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति मिल सके, और इसी वजह से वे अपनी हॉबीज़ पूरी नहीं कर पाते?

- क्या यह सच नहीं है कि बहुत से छात्र किसी भी लेक्चरर/ट्यूटर की क्लास इसलिए लेते हैं, चाहे उन्हें उसमें रुचि हो या न हो, क्योंकि उन्हें डराया जाता है कि उन्हें Internal Exam में कम मार्क्स मिलेंगे?

- क्या यह सच नहीं है कि कोचिंग क्लासेज और IIT जैसे संस्थानों में बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं?

- क्या यह सच नहीं है कि लाखों रुपये की डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट लेने के बाद भी हमारे बच्चों को ₹10,000 (गवर्नमेंट द्वारा पोस्टमैन की सैलरी ₹10,000PM) तक की नौकरी नहीं मिल रही?

- क्या यह सच नहीं है कि BTech/MTech/MBA/MCA/BEd/MEd और PhD करने के बाद भी हमारे बच्चे कॉल सेंटर और दुकान-दुकान जाकर QR कोड चिपकाने या स्टिकर लगाने का काम कर रहे हैं?

- क्या यह सच नहीं है कि विशेष रूप से अपने ग्रामीण क्षेत्रों में BA, MA, BEd कर चुके बच्चे दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में सिक्योरिटी गार्ड का काम कर रहे हैं?

- क्या यह सच नहीं है कि हमारे बच्चों को ग्रेजुएट होने के बावजूद मजदूर की तरह काम करना पड़ रहा है?

- क्या यह सच नहीं है कि कोई भी राजनीतिक संस्था हमसे वोट तो लेती है, लेकिन रोजगार देने के नाम पर पांच साल तक दिखाई नहीं देती?

- क्या यह सच नहीं है कि जो युवा ग्रेजुएट हो रहे हैं अगर उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा तो वे ड्रग्स, शराब, नक्सलवाद और राजनीतिक शिकार बन रहे हैं?

 

दोस्तों, प्रश्न और भी बहुत सारे हैं, लेकिन मेरा एक अंतिम प्रश्न है कि यदि कोई भी कॉलेज या विश्वविद्यालय हमारे बच्चों का काउंसलिंग नहीं कर सकती और यह नहीं समझा सकती कि बच्चे की "फील्ड ऑफ इंटरेस्ट क्या है", और माता-पिता और छात्रों को यह गाइड नहीं कर सकती कि उनकी हॉबीज़ के अनुसार उन्हें कौन सी पढ़ाई करनी चाहिए, तो फिर हमारे बच्चों और माता-पिता को अंधेरे में क्यों रखा जाता है? क्योंकि उनका अगला 3 से 5 साल मोटी कमाई का जरिया बन जाता हैएक बार एडमिशन होने के बाद छात्र चाहे पढ़े या न पढ़े, प्लेसमेंट मिले या न मिले, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता?

 

वे तो फिर एक अच्छा सा भ्रमात्मक और चकाचौंध विज्ञापन बनवाकर इसी तरह से एडमिशन लेंगे और यह लाखों-करोड़ों का व्यापार इसी तरह चलता रहेगा। उनका तो एक ही मंत्र है, "अपना काम बनता, भाड़ में जाए जनता।"

 

तो दोस्तों, यही है हमारे कॉलेज और विश्वविद्यालय की गुणवत्ता शिक्षा और प्लेसमेंट की सच्चाईइन सभी शैक्षणिक और सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए NETAPS Foundation(Parent co. 3D India Group), जो 2008 में स्थापित हुआ, एक बैंगलोर बेस्ड सोशल सर्विसेज और मैनेजमेंट कंसल्टिंग कंपनी है, और जिसके निदेशक हैं श्री ध्रुव दुबे जिन्होंने ठान लिया है कि

 

**अब कॉलेज की मनमानी नहीं चलेगी क्योंकि अब NETAPS घर-घर, गांव-गांव, पंचायत भवन से पंचायत भवन, स्कूल से स्कूल और कॉलेज से कॉलेज जाकर जॉब फेयर के माध्यम से हर एक टीनएजर/युवक जिसकी उम्र 18 साल से ऊपर है, उनकी उचित शिक्षा और करियर काउंसलिंग करेगी। हम उनके माता-पिता के साथ मिलकर उनकी प्रोफाइलिंग करेंगे, आवश्यक तकनीकी और व्यवहारिक कौशल की ट्रेनिंग देंगे, और साथ ही मौके पर नौकरी/प्लेसमेंट प्रदान करेंगे। इसके साथ-साथ हम उन्हें तकनीकी/प्रोफेशनल शिक्षा भी दिलवाएंगे। इस प्रकार, बच्चे NETAPS Foundation द्वारा पहले नौकरी पकड़ेंगे, इंडस्ट्री से डायरेक्ट जॉब के बारे में सीखेंगे, सैलरी के साथ फूड, ट्रांसपोर्ट, PF और ESI का लाभ लेंगे। इसके बाद, वे जिस क्षेत्र या सेक्टर में काम करेंगे, उसी के अनुसार पढ़ाई करने के लिए उन्हें निर्देशित किया जाएगा। इस प्रकार, वे नौकरी का ऑफर मिलने के बाद एडमिशन लेंगे और सैलरी मिलने के बाद कॉलेज की फीस (ट्यूशन फी) देंगे, और वह भी EMI में। इस तरह से #Practical

 

Learning के साथ-साथ उन्हें बोरिंग क्लासेज और रफ वर्क से छुटकारा मिलेगा और इस तरह वे ऐसे उम्मीदवार/युवा जो नहीं जानते थे कि अपने करियर की शुरुआत कहां से और कैसे करें, NETAPS Foundation द्वारा एक स्पष्ट रास्ता पाएंगे। इस प्रकार, अब 100% फुल-टाइम जॉब के साथ कमाई भी होगी और प्रोफेशनल लेकिन इंडस्ट्रियल पढ़ाई भी बिना एक भी रुपये खर्च किए घर से मिल सकेगी।**

 

Entrepreneurship Opportunity by NETAPS Foundation

**जो युवा ग्रेजुएट होंगे और जिनमें उद्यमिता का मनोबल या व्यापार करने की क्षमता होगी, और जिनके पास कम से कम 1 या 2 BHK टाइप का ऑफिस स्पेस होगा, उन्हें NETAPS Foundation द्वारा उद्यमिता की मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी, मुफ्त प्रोजेक्ट प्रदान किया जाएगा, टीम की भर्ती और ट्रेनिंग तैयार की जाएगी, ब्रांच सेटअप की जाएगी और उसे प्रॉफिट सेंटर में परिवर्तित किया जाएगा। इस तरह से NETAPS Foundation समाज में प्रैक्टिकल बेस्ड लर्निंग के साथ समाज में उद्यमी तैयार करेगा और देश के लिए जिम्मेदार नागरिक, टैक्सपेयर और निवेशक तैयार करेगा, जो हमारे प्रिय प्रधानमंत्री जी के 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के सपने को साकार करने में मदद करेगा।**

 

**NETAPS द्वारा प्रदान की जाने वाली उद्यमिता ट्रेनिंग और इसके लाभ:**

 

- **मुफ्त बिजनेस ट्रेनिंग**

- **मुफ्त प्रोजेक्ट ट्रेनिंग**

- **मुफ्त टीम भर्ती**

- **मुफ्त टीम मैनेजर्स की ट्रेनिंग**

- **मुफ्त टीम की ट्रेनिंग**

- **मुफ्त कंप्यूटर और अंग्रेजी ट्रेनिंग**

- **मुफ्त ऑफिस मैनेजमेंट ट्रेनिंग**

- **मुफ्त वेबसाइट, लोगो, ब्रांड डिज़ाइन**

- **अंततः, ऑफिस सेटअप से लेकर सिर्फ 60 दिनों में प्रॉफिट में बदलना**

 

**NETAPS Foundation में नौकरी के अवसर:**

 

**1. कार्यकारी/कैम्पस रिक्रूटर्स/शिक्षा और करियर काउंसलर/बिजनेस डेवलपमेंट एक्जीक्यूटिव्स**

- **कुल रिक्तियां:** 19,700

- **शिक्षा और अनुभव की आवश्यकताएँ:**

  - प्राथमिकता: MBA

  - कोई भी स्नातक जिनके पास क्षेत्रीय भाषा, अंग्रेजी, कंप्यूटर, सार्वजनिक बोलने की क्षमता, काउंसलिंग, भर्ती और मनाने की क्षमताओं में उत्कृष्टता है, आवेदन कर सकते हैं।

- **निश्चित वेतन, प्रोत्साहन, लाभ:**

  - स्नातक: ₹15,000 प्रति माह + प्रोत्साहन + बोनस + मुफ्त MBA*

  - MBA धारक: ₹20,000 प्रति माह + प्रोत्साहन + बोनस

- **कार्यस्थल:** गृह जिला/राज्य

 

**2. जिला प्रबंधक/टीम लीडर**

- **कुल रिक्तियां:** 788

- **शिक्षा और अनुभव की आवश्यकताएँ:**

  - MBA और 5+ वर्षों का टीम अनुभव

  - लाभ केंद्र की स्थापना और राजस्व सृजन का अनुभव

- **निश्चित वेतन, प्रोत्साहन, लाभ:** ₹25,000 प्रति माह + प्रोत्साहन + बोनस

- **कार्यस्थल:** गृह जिला/राज्य

 

**3. ज़ोनल जिला प्रबंधक**

- **कुल रिक्तियां:** 157

- **शिक्षा और अनुभव की आवश्यकताएँ:**

  - 8+ वर्षों का टीम और फ्रेंचाइज़ सेटअप अनुभव

  - लाभ केंद्र की स्थापना और राजस्व सृजन का अनुभव

- **निश्चित वेतन, प्रोत्साहन, लाभ:** ₹30,000 प्रति माह + प्रोत्साहन + बोनस

- **कार्यस्थल:** गृह जिला/राज्य

 

**4. राज्य स्तर के व्यापार प्रमुख**

- **कुल रिक्तियां:** 28

- **शिक्षा और अनुभव की आवश्यकताएँ:**

  - 12+ वर्षों का टीम, फ्रेंचाइज़ और कॉर्पोरेट टाई-अप अनुभव

  - लाभ केंद्र की स्थापना और राजस्व सृजन का अनुभव

- **निश्चित वेतन, प्रोत्साहन, लाभ:** ₹35,000 प्रति माह + प्रोत्साहन + बोनस

- **कार्यस्थल:** गृह जिला/राज्य

 

**5. ज़ोनल राज्य प्रमुख/क्षेत्रीय प्रमुख (7 राज्य)**

- **कुल रिक्तियां:** 4

- **शिक्षा और अनुभव की आवश्यकताएँ:**

  - 12+ वर्षों का टीम, फ्रेंचाइज़ और कॉर्पोरेट टाई-अप अनुभव

  - लाभ केंद्र की स्थापना और राजस्व सृजन का अनुभव

- **निश्चित वेतन, प्रोत्साहन, लाभ:** ₹35,000 प्रति माह + प्रोत्साहन + बोनस

- **कार्यस्थल:** गृह राज्य/देश भर में भारत

 

*स्नातकों के लिए: मुफ्त MBA का तात्पर्य कंपनी द्वारा प्रदान की गई आगे की शिक्षा के अवसर से है।* **इस प्रकार, NETAPS Foundation के साथ जुड़कर आप न केवल अपने करियर को सही दिशा में ले जा सकते हैं बल्कि एक सफल उद्यमी भी बन सकते हैं।**

 

**आवेदन करने के लिए:** इच्छुक उम्मीदवार अपना रिज़्यूमे और कवर लेटर **ऑनलाइन** भेजें जिसमें संबंधित अनुभव और कौशल को उजागर किया गया हो। कृपया ध्यान दें कि NETAPS Foundation द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी भर्ती और प्लेसमेंट सेवाएँ पूरी तरह से **मुफ्त** हैं, इसलिए धोखाधड़ी से सतर्क रहें। साथ ही, NETAPS Foundation समान रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और कार्यस्थल में विविधता को महत्व देता है।

 

**To Apply:** Interested candidates should submit their resume and cover letter highlighting relevant experience and skills. [Apply Here](https://meet.google.com/api-nrna-fwa)

   

**अधिक जानकारी के लिए हमें कॉल/व्हाट्सएप के जरिए +91 78925-30528 पर संपर्क करें या admin@netaps.in पर ईमेल करें। NETAPS Foundation के बारे में जानने के लिए कृपया हमारी वेबसाइट [www.netaps.in](http://www.netaps.in) पर ब्राउज़ करें।**

 

धन्यवाद,

 

**लेखक

ध्रुव दुबे

निदेशक-NETAPS.in**

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